सीएम योगी की सख़्ती के बाद धार्मिक स्थलों से हटने लगे लाउडस्पीकर, बीते साल हटाए गए थे एक लाख से अधिक !

सीएम योगी की सख़्ती के बाद धार्मिक स्थलों से हटने लगे लाउडस्पीकर, बीते साल हटाए गए थे एक लाख से अधिक !

लखनऊ, अक्टूबर 14 (TNA) उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मंदिर और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने का अभियान चलेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के पुलिस अफसरों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यह आदेश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है, राज्य के कुछ इलाकों में फिर से धार्मिक स्थलों पर फिर से लाउडस्पीकर लगाकर तेज आवाज में चलाये जा रहे हैं. इस प्रथा पर रोक लगनी चाहिए.

हर डीएम और पुलिस कप्तान जिले में लाउडस्पीकर की ध्वनि को पूर्व की भांति नियंत्रित करना सुनिश्चित करें. इस मामले में सुस्ती बरते जाने पर पुलिस कप्तान की जवाबदेही तय की जाएगी. सीएम योगी के उक्त आदेश के बाद प्रदेश भर में धार्मिक स्थलों पर बिना अनुमति के लगे लाउडस्पीकर हटाने जाने के कार्रवाई की जाने लगी है.

सुप्रीम कोर्ट का फैसला योगी ने किया लागू

बीते साल भी सीएम योगी ने बढ़ते ध्वनि प्रदूषण का संज्ञान लेते हुए राज्य में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने हटाने का आदेश दिया था. तब  उन्होने सुप्रीम कोर्ट द्वारा जुलाई 2005 में सार्वजनिक स्थानों पर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच लाउडस्पीकर और म्यूजिक सिस्टम के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा जाने के आदेश के तहत ही यह फैसला लिया था. सुप्रीम कोर्ट ने लोगों के स्वास्थ्य पर ध्वनि प्रदूषण के गंभीर प्रभावों का हवाला देते हुए यह फैसला सुनाया था, लेकिन यूपी में उक्त आदेश को कठोरता से लागू नहीं किया गया था.

इसके साथ ही प्लास्टिक मुक्त पंडालों आदि के साथ त्योहारों को हर्षोल्लास और सौहार्द के साथ मनाए जाने के लिए सभी पुख्ता प्रबंध किए जाएं. धर्मस्थलों व शोभा यात्राओं में कहीं अश्लील गीत व कानफोड़ू डीजे नहीं बजाना चाहिए. यदि लाउडस्पीकर से कानफोड़ आवाज गूंजी तो एसएसपी व एसपी की जवाबदेही होगी.

परिणामस्वरूप राज्य के हर जिले और मोहल्ले में बने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाकर उन्हे ऊंची आवाज में चलाया जाने लगा. सीएम योगी ने इस प्रथा पर रोक लगाने की ठानी और उन्होंने सूबे के सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाने का अभियान चलाये जाने का निर्देश दिया. राज्य में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों को हटाने में लोग आनाकानी ना करे, इसके लिए मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में लगे लाउडस्पीकरों को हटवाया.

उसके बाद मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को लोगों ने हटाने में पहल की और राज्य में एक लाख से अधिक धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर बीते साल हटा दिए गए. हटाए गए लाउडस्पीकरों को स्कूल आदि को दिया गया था. सीएम योगी के इस फैसले को देश भर ने सराहा था.

कान फोड़ आवाज गूंजी तो तय होगी जवाबदेही

अब फिर धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाए जाने की जानकारी मुख्यमंत्री योगी को मिली तो उन्होने बिना अनुमति के लगाए गए लाउडस्पीकरों को हटाने का आदेश दिया है. यह भी कहा है कि जिन धार्मिक स्थलों को लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति मिली है, वहां पर ध्वनि का नियंत्रण रखा जाए. और शारदीय नवरात्र, दुर्गा पूजा, विजयादशमी, दशहरा, दीपावली व छठ पूजा के मौके पर सुरक्षा प्रबंधों रखते हुए यह ध्यान दिया जाए कि तेज आवाज लाउडस्पीकरों से ना गूजे.

इसलिए एयर कंडीशनर कमरों में बैठे रहने वाले अधिकारी सड़कों पर गस्त करते हुए यह सुनिश्चित करें कि लाउडस्पीकर को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का कोई उल्लंघन ना करे. बिना अनुमति के सार्वजनिक भूमि पर बने 40 हज़ार से अधिक धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर ना लगा हो यह भी सुनिश्चित किया जाए. फिलहाल मुख्यमंत्री योगी के आदेश के अनुपालन में अब सूबे की पुलिस धार्मिक स्थलों बिना अनुमति के लगे लाउडस्पीकर उतारने में जुटी गई है.  

— राजेंद्र कुमार

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