महिला सुरक्षा की मांग पर प्रदर्शन कर रहे पदाधिकारियों की गिरफ़्तारी में सरकार ने कोविड प्रोटोकॉल की उड़ाई धज्जियां: आप
लखनऊ, नवंबर २६ (TNA) आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश ने गुरुवार को एक बयान जारी कर शांतिपूर्ण तरीके से महिला सुरक्षा की मांग कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को गैरकानूनी तरीके से जेल में डालने की कार्रवाई की घोर निंदा की। छात्र विंग के प्रदेश अध्य्क्ष वँशराज दुबे, पार्टी उपाध्य्क्ष इमरान लतीफ़, प्रदेश सचिव तुषार श्रीवास्तव, लखनऊ जिलाध्यक्ष, युथ विंग ललित बाल्मीकि और जिला अध्य्क्ष बीकेटी पंकज यादव को योगी सरकार ने जेल भेजवाया और उनपर महामारी का मुकदमा दर्ज कराया।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि प्रशासन ने गिरफ्तारी के समय कोविड-19 प्रोटोकॉल की खुलेआम धज्जियां उड़ाई। गाड़ी में एक साथ 9 लोगों को लेके जाया गया। अगर आम जनता ने यह किया होता तो प्रशासन नियम उल्लंघन का हवाला देकर जुर्माना वसूलता। जेल के अंदर एक बैरक में 35 लोगों को रखा गया।
अधिवक्ता अमित चोपड़ा पार्टी ने योगी सरकार पर बर्बर तरीके से पार्टी पदाधिकारियों को गिरफ्तार करने का आरोप लगाया। कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से महिला सुरक्षा की मांग कर रहे आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ सरकारी आदेश पर अपराधियों जैसा बर्ताव किया गया।
आईपीसी की धारा 151 के तहत ईको गार्डन से उठाकर जेल भेजा गया, जबकि कानून के मुताबिक 151 की धारा के बाद एसीपी के सामने ले जाने का प्रावधान है। इसका उल्लंघन करते हुए किसी भी प्रदर्शनकारी को एसीपी के सामने पेश नहीं किया गया। दबाव के चलते एसीपी ऑफिस से अनुपस्थित रहे। जिससे बेल की प्रक्रिया में देर हुई। यही नहीं पार्टी के लोगों को धारा 376 के कैदियों के साथ रखा गया।
वहीं सेंट्रल बार एसोसिएशन के मेम्बर शशिकांत कुशवाहा ने बताया कि आम आदमी पार्टी के प्रदर्शनकारियों को बिना रिमांड के ही जेल भेजे दिया गया। शासन के दबाव के आगे मजबूर पुलिस ने सुबह 10 बजे बेल मूव करने के बाद भी शाम 5 तक कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बार काउंसिल ऑफ इंडिया और सेंट्रल बार में इसके खिलाफ शिकायत करने की बात कही।