इस बार मानसून देगा राहत की फुहार, तय समय से पहले देगा दस्तक
कानपुर, मई 12 (TNA) देश भर में गर्मी की तपिश से बेहाल लोगों के लिए राहत की खबर है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस साल मानसून तय समय से चार दिन पहले, यानी 27 मई को केरल तट पर दस्तक देगा। यह 16 सालों में पहली बार होगा जब मानसून इतनी जल्दी आएगा। आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंचता है, लेकिन इस बार इसकी रफ्तार तेज है और यह समय से पहले ही बारिश की सौगात लेकर आने वाला है।
मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान सामान्य से बेहतर बारिश की उम्मीद है। इस बार यह मानसून 98 से 106% बारिश के साथ आ सकता है, जो किसानों और जलस्तर की दृष्टि से बेहद सकारात्मक संकेत है। विशेष रूप से उन राज्यों के लिए यह खुशखबरी है, जहां खेती बारिश पर ही निर्भर होती है।
गुजरात के मौसम विभाग ने बताया कि 24 मई से राज्य में प्री-मानसून गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। यानी हल्की बारिश, तेज हवाएं और बादलों की आवाजाही देखने को मिलेगी। 28 मई तक गुजरात में तेज हवा के साथ अच्छी बारिश होने की संभावना है। विभाग ने यह भी साफ किया है कि मौजूदा मौसमी परिस्थितियों का मानसून की तीव्रता या समय पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
बीती रात को राजस्थान के कोटा और भरतपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई। इसके अलावा मौसम विभाग ने आज 30 जिलों में आंधी, बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। पूरे मध्य प्रदेश में भी तूफान और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
यदि 27 मई को मानसून केरल पहुंचता है, तो यह 2009 के बाद सबसे जल्दी पहुंचने वाला मानसून होगा। साल 2009 में मानसून 23 मई को और 2018 में 29 मई को केरल पहुंचा था। 2024 में भी मानसून 30 मई को ही पहुंचा था। इस लिहाज से यह मौसम वैज्ञानिकों और आम लोगों दोनों के लिए विशेष महत्व रखता है।
कुल मिलाकर, इस साल का मानसून न केवल पहले आएगा, बल्कि भरपूर बारिश भी देगा। यह खबर किसानों, पर्यावरण प्रेमियों और आम जनता के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है। अब लोगों की निगाहें 27 मई पर टिकी हैं, जब मानसून की पहली बौछारें धरती की तपिश को ठंडक में बदल देंगी।
— अवनीश कुमार