"आसमान से बरसेगी खुशखबरी! समय से पहले आ सकता है मानसून, किसानों के चेहरे पर लौटी मुस्कान"
कानपुर, मई 9 (TNA) इस बार गर्मी की तपिश जल्दी ठंडी हो सकती है, क्योंकि मौसम वैज्ञानिकों ने संकेत दिए हैं कि मानसून इस बार अपने तय समय से पहले भारत की धरती पर दस्तक दे सकता है। मौसमीय आंकड़ों और वैश्विक मॉडलों की मानें तो दक्षिण एशियाई क्षेत्रों में हवाओं की चाल में तेजी देखी जा रही है, जो मानसून को रफ्तार दे सकती है।
अंडमान-निकोबार में होगी मानसून की पहली दस्तक
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 13 मई तक मानसून की पहली बारिश हो सकती है। इसके बाद यह सिस्टम धीरे-धीरे केरल की ओर बढ़ेगा और मई के अंत तक भारत के मुख्य भूभाग में वर्षा की शुरुआत हो सकती है।
भूमध्यीय तरंगों से मिल रही मानसून को ताकत
विशेषज्ञों का कहना है कि भूमध्यरेखीय रॉस्बी तरंगें और अन्य आर्द्र इक्वेटोरियल वेव्स इस बार मानसून को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। इससे दक्षिण भारत में जल्द बारिश की संभावना बन रही है।
जल्दी मानसून: कृषि और जल भंडारण के लिए वरदान
अगर मानसून समय से पहले आता है तो यह खेती और जल संसाधनों के लिए बेहद शुभ संकेत होगा। किसान समय पर बुवाई कर सकेंगे और जलाशयों में जल स्तर भी बेहतर बनेगा।
नज़र रहेगी आसमान पर
डॉ. यस एन सुनील पांडेय, मौसम विशेषज्ञ के अनुसार, अगले कुछ दिनों में रीयल-टाइम मॉनिटरिंग से यह और स्पष्ट होगा कि मानसून कितनी तेजी से भारत में प्रवेश करता है।अगर ये पूर्वानुमान सटीक साबित होते हैं, तो देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून समय से पहले दस्तक देगा, जो करोड़ों किसानों और आम लोगों के लिए उम्मीद की एक ठंडी बौछार लेकर आएगा।
-- अवनीश कुमार