हज़रतगंज के सदाबहार हनुमान मोची!
हजरतगंज जब भी जाना होता है तो पहले मंदिर में हनुमान जी के दर्शन होते हैं। उसके बाद जब लव लेन जाते है तो वोहराज के बाहर हनुमान मोची से मुलाकात होती है। अगर हनुमान अपने काम में व्यस्त होते तो हम हनुमान जी की जय के कर आगे चले जाते हैं। वे सर उठा का मुस्करा देते हैं।
आज जब हम अपने सैंडल की पालिश करवा रहे तो हनुमान मोची से बात करने का मौका मिला। हम पिछले 40 साल से अपने परिवार के सभी सदस्यों के जूते चप्पल और सैंडिल की रिपेयर और पालिश हनुमान मोची से ही।करवाते हैं।
हनुमान मोची ने बताया कि लव लेन में इस दुकान।पर पिछले 50 साल से यह काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह दुकान आशीष नारायण त्रिवेदी जी, जो बाद में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज बने, ने दी थी। उससे पहले हनुमान हजरतगंज में घूम कर पालिश और जूते चप्पल की रिपेयर्स करते थे।
हजरतगंज का एक बड़ा हिस्सा ज्वाला सहाय त्रिवेदी बिल्डिंग का है जहां बहुत दुकानें हैं। आज भी हनुमान के मन में त्रिवेदी परिवार के लिए असीम श्रद्धा है। हनुमान ने बताया कि कोरोना काल में जब लोगों का आना जाना बंद था तो उनके काम पर भी असर पड़ा था।