ऑपरेशन महादेव के बाद POK में खौफ का अंत, लश्कर कमांडर को जनाजे से खदेड़ा गया
रावलकोट, अगस्त 4 (TNA) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारत ने करारा जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर और अब ऑपरेशन महादेव के तहत आतंकियों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में मारा गया लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का आतंकी ताहिर हबीब कभी पाक सेना में जवान था। उसकी मौत के बाद POK के खाई गला गांव में उसका 'जनाजा-ए-गैब' पढ़ा गया, क्योंकि उसका शव उपलब्ध नहीं था।
लेकिन जनाजे के दौरान लश्कर कमांडर रिजवान हनीफ की मौजूदगी ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। हबीब के परिजनों ने साफ कहा कि लश्कर से जुड़ा कोई व्यक्ति जनाजे में शामिल नहीं होगा। जब हनीफ जबरन शामिल होने पहुंचा, तो गांववालों से उसकी तीखी झड़प हो गई।
हनीफ के भतीजे ने शोक मना रही भीड़ पर बंदूक तान दी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने लश्कर के आतंकियों को खदेड़ दिया। दशकों से खामोश रहने वाले POK के नागरिकों का यह प्रतिरोध अब आतंक के खिलाफ जनजागरण का संकेत बन चुका है।