विश्व संस्कृत दिवस विशेष: प्राचीन भाषा से लेकर आज के कंप्यूटर की भाषा, जानिए संस्कृत भाषा के बारे में रोचक तथ्य
आज पूरे देश में विश्व संस्कृत दिवस मनाया जा रहा है, जो भारतीय संस्कृति, परंपरा और ज्ञान की सबसे प्राचीन व समृद्ध भाषा को सम्मान देने का अवसर है। संस्कृत न केवल भारत की शास्त्रीय भाषा है, बल्कि वेद, उपनिषद, पुराण और महाकाव्यों की मूल भाषा भी है। इसे "देववाणी" कहा जाता है, क्योंकि इसका प्रयोग धार्मिक अनुष्ठानों, मंत्रों और आध्यात्मिक साहित्य में होता रहा है।
संस्कृत दिवस हर वर्ष श्रावण पूर्णिमा या रक्षाबंधन के दिन मनाया जाता है। रोचक तथ्य यह है कि संस्कृत को दुनिया की सबसे व्यवस्थित और वैज्ञानिक भाषा माना जाता है, और नासा के वैज्ञानिकों ने इसे कंप्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा बताया है। इसमें 52 वर्ण और लगभग 70 से अधिक ध्वनियां हैं, जो हर उच्चारण को स्पष्ट बनाती हैं।
एक और तथ्य यह है कि 17 देशों के 14 विश्वविद्यालयों में संस्कृत की पढ़ाई होती है, और भारत के कर्नाटक में मत्तूर नामक गांव में आज भी सभी लोग दैनिक जीवन में संस्कृत बोलते हैं।
शिक्षा संस्थानों और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा आज विशेष संगोष्ठियां, वाचन प्रतियोगिताएं और कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं, ताकि यह अमूल्य धरोहर आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रह सके।