अरब सागर की हवाएं बनीं मानसून की राह में बाधा, उत्तर भारत में गर्मी का असर बढ़ा

अरब सागर की हवाएं बनीं मानसून की राह में बाधा, उत्तर भारत में गर्मी का असर बढ़ा

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लखनऊ, मई 31 (TNA) इन दिनों मौसम में एक दिलचस्प और अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिल रहा है। मध्य एशिया से चल रही शुष्क हवाएं अरब सागर से टकराकर गुजरात, राजस्थान, दक्षिणी पंजाब, दक्षिणी हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक तेज़ गति से पहुंच रही हैं। ये हवाएं न केवल इन क्षेत्रों के तापमान को प्रभावित कर रही हैं, बल्कि मानसूनी हवाओं के उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत की ओर बढ़ने में भी बाधा बन रही हैं।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इन शुष्क और गर्म हवाओं के कारण मानसून की सामान्य प्रगति धीमी हो गई है। आमतौर पर जून के पहले पखवाड़े में मानसून राजस्थान और हरियाणा की सीमाओं तक पहुंचने लगता है, लेकिन इस बार अरब सागर की हवाओं ने इस प्रक्रिया को थोड़ा उलझा दिया है।

इन हवाओं की वजह से राजस्थान, दक्षिणी हरियाणा, दक्षिण पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इन इलाकों में दिन के समय तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण लू जैसी स्थिति बन रही है, जिससे आमजन को राहत नहीं मिल पा रही है।

हालांकि भारतीय मौसम विभाग का मानना है कि यह प्रभाव अस्थायी है और अगले कुछ दिनों में हवाओं की दिशा बदलने के साथ मानसून फिर से रफ्तार पकड़ सकता है। किसानों और जल संकट झेल रहे इलाकों के लिए मानसून की देरी चिंता का विषय है, लेकिन उम्मीद है कि जून के मध्य तक मानसून उत्तर भारत में दस्तक दे देगा। तब तक लोगों को गर्म हवाओं से बचने और जल संरक्षण पर ध्यान देने की सलाह दी जा रही है।

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