गर्मी में बिजली आपूर्ति करने में यूपी पूरे देश में अव्वल, पीक आवर्स में 29,000 मेगावाट से ज्यादा आपूर्ति का नया रिकार्ड
लखनऊ, मई 30 (TNA) उत्तर प्रदेश पिछले तीन वर्षों से लगातार सर्वाधिक बिजली आपूर्ति का रिकार्ड बना रहा है। भीषण गर्मी में प्रदेश के 3.50 करोड़ उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली आपूर्ति के लिए पूरी गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। यूपी में इस साल 28 मई को पीक आवर्स में 29,000 मेगावाट बिजली आपूर्ति का नया रिकार्ड बना है। पहले देश में सबसे ज्यादा पीक डिमांड महाराष्ट्र या गुजरात में होती थी लेकिन पिछले तीन वर्षों में यह स्थिति बदल गई है और अब उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति कर रहा है और सबसे ज्यादा पीक डिमांड को पूरा कर रहा है।
ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने इस उपलब्धि के लिए बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि यह स्थिति पिछले तीन सालों में ही बनी है। उन्होंने इस साल गर्मी में बिजली आपूर्ति के आंकड़े पेश करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश और पीक आवर्स में बिजली की आपूर्ति करने वाले दूसरे सबसे बड़े राज्य महाराष्ट्र व गुजरात के बीच का अंतर करीब 5000 मेगावाट का है।
बीती 28 मई 2025 को यूपी में पीक डिमांड करीब 29,000 मेगावाट थी जबकि महाराष्ट्र में यह 24,000 मेगावाट से भी कम थी। शर्मा ने कहा कि पहले बुनियादी ढांचा कमजोर होने के कारण उपभोक्ताओं तक पर्याप्त बिजली नहीं पहुंच पाती थी। बीते कुछ वर्षों में सरकार और ऊर्जा विभाग वितरण और ट्रांसमिशन नेटवर्क को सुदृढ़ करने के साथ-साथ बिजली संयंत्रों को उच्च पीएलएफ पर चलाने और नए बिजलीघरों को चालू करने पर ध्यान केंद्रित किया है। इसी का नतीजा है कि उत्तर प्रदेश बिजली आपूर्ति के मामले में पूरे देश में अव्वल हो गया है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ट्रांसफार्मर, पोल और तार सहित वितरण नेटवर्क को मजबूत करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है और बिजली आपूर्ति नेटवर्क के रखरखाव के लिए गंभीर और सार्थक प्रयास किए गए हैं, जिसके इस गर्मी में इसके परिणाम सामने आ रहे हैं। ट्रांसफार्मरों का जलना, बार-बार शटडाउन होना और नियमित ट्रिपिंग की समस्या ऐतिहासिक रूप से कम हो गई है।
ऊर्जा मंत्री ने इसका श्रेय कर्मचारियों और अधिकारियों की लगन और मेहनत को देने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी धन्यवाद दिया जिनके मार्गदर्शन और नेतृत्व से प्रदेश की बिजली व्यवस्था में आमूल-चूल सुधार हो सका है।