प्रेमानंद महाराज के बयान से मचा बवाल: युवतियों की शुद्धता पर सवाल, समाज दो धड़ों में बंटा
वृंदावन, जुलाई 31 (TNA) प्रेमानंद महाराज, जो वृंदावन के एक प्रसिद्ध संत माने जाते हैं, हाल ही में अपनी महिलाओं और आज की युवा पीढ़ी को लेकर की गई टिप्पणियों के कारण विवादों में घिर गए हैं। एक वायरल प्रवचन में उन्होंने कहा कि 100 में से सिर्फ 2 से 4 लड़कियाँ ही एक पुरुष के प्रति समर्पित जीवन जीती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जिन लड़कियों के कई प्रेम संबंध रहे हैं, उनमें अच्छे जीवनसाथी बनने की क्षमता या साहस नहीं होता। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लड़के कई लड़कियों के साथ संबंध रखते हैं, वे एक पत्नी से संतुष्ट नहीं रह सकते।
महाराज ने आधुनिक जीवनशैली, मोबाइल फोन के अंधाधुंध इस्तेमाल और पहनावे को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इससे पारिवारिक मूल्य और विवाह जैसी संस्था कमजोर हो रही है।
उनकी इस टिप्पणी की सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त आलोचना हुई। कई लोगों ने इसे पिछड़े विचार, महिला-विरोधी और गैर-जिम्मेदाराना बताया। कुछ लोगों ने इसे “संस्कृतिक चेतावनी” के तौर पर देखने की कोशिश की, लेकिन ज़्यादातर ने इसे महिलाओं के चरित्र पर अनावश्यक टिप्पणी और नैतिकता थोपने का प्रयास बताया।
अब तक प्रेमानंद महाराज की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है, लेकिन विवाद लगातार गहराता जा रहा है। सार में, यह विवाद उनके द्वारा आधुनिक लड़कियों और रिश्तों को लेकर दिए गए कठोर और सामान्यीकृत बयानों पर केंद्रित है, जिसने संस्कृति, नैतिकता और महिला सम्मान को लेकर बड़ी बहस छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर उनके हज़ारों समर्थकों ने भी एक युद्ध सा छेड़ दिया है और प्रेमानंद महाराज जी बातों का समर्थन किया है!