कानपुर में क्रिकेट पाठशाला: जहाँ हर बच्चा बन सकता है अगला कोहली
कानपुर, मई 18 (TNA) शहरों और गांवों में आज भी ऐसे कई कोच हैं जो क्रिकेट को केवल एक खेल नहीं, बल्कि जुनून और सपना मानते हैं। ऐसे ही एक समर्पित कोच हैं विकास अग्निहोत्री, जो सीमित संसाधनों और तमाम कठिनाइयों के बावजूद दर्जनों बच्चों को क्रिकेट की बारीकियां सिखा रहे हैं।
कोच विकास अग्निहोत्री पिछले कई वर्षों से कानपुर के कल्याणपुर क्षेत्र के इंदिरा नगर में बच्चों को क्रिकेट सिखा रहे हैं। न उनके पास कोई बड़ी क्रिकेट अकादमी है, न ही ब्रांडेड किट या सॉफ्ट पिच। फिर भी उनके जज़्बे में कोई कमी नहीं है। वे मानते हैं कि अगर सही मार्गदर्शन मिले, तो किसी भी गांव या कस्बे से अगला सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली या रोहित शर्मा निकल सकता है।
कोच विकास का कहना है कि "मेरे पास कोई स्टेडियम नहीं, पर मैदान है। बैट-बॉल महंगे नहीं, पर जज़्बा अमूल्य है,"। वे बच्चों को खुद ट्रेनिंग देते हैं, कभी छाया में, तो कभी धूप में, अपने सीमित साधनों का पूरा उपयोग करते हुए। बच्चे भी उन्हें 'गुरुजी' कहकर संबोधित करते हैं और पूरे समर्पण से उनकी बात मानते हैं। विकास न केवल खेल पर ध्यान देते हैं, बल्कि बच्चों के व्यवहार, अनुशासन और शारीरिक फिटनेस पर भी खास ध्यान देते हैं। वे कहते हैं, "हमारे यहां टैलेंट की कमी नहीं, जरूरत है तो बस अवसर और सही दिशा की।"
कोच विकास अग्निहोत्री जैसे समर्पित प्रशिक्षकों की मेहनत ही है कि आज गांवों और कस्बों से भी क्रिकेट के चमकते सितारे निकल रहे हैं। अगर उन्हें सरकार और समाज से थोड़ी और मदद मिले, तो वह दिन दूर नहीं जब उनके किसी शिष्य को हम राष्ट्रीय टीम की नीली जर्सी में देख सकें।
-- अवनीश कुमार