मुख्य सचिव के यहां फर्जी ड्यूटी दिखाकर डकारे चार करोड़ रुपए!

मुख्य सचिव के यहां फर्जी ड्यूटी दिखाकर डकारे चार करोड़ रुपए!

लखनऊ, नवंबर 24 (TNA) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हैं. इसके चलते बीते छह वर्षों के दौरान कई आईएएस, आईपीएस, पीसीएस और अन्य सेवा के अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसके बाद भी सरकारी विभागों में कार्यरत शातिर अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार कर धन कमाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सूबे के होमगार्ड महकमे में पकड़ा गया है. इस महकमें में कार्यरत ब्लाक आर्गनाइजर सुरेश कुमार सिंह ने सूबे के मुख्यसचिव के यहां होमगार्डो की ड्यूटी लगाने के नाम पर चार करोड़ रुपए का घोटाला कर डाला.

इस मामले में सुरेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में 100 से अधिक होमगार्ड दोषी पाए गए हैं. इस सबके खिलाफ सूबे के डीजी होमगार्ड विजय कुमार मौर्य ने गैंगस्टर के तहत कार्रवाई करने और भ्रष्टाचार कर कमाई गई संपत्ति को जब्त करने के लिए लखनऊ के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है.

ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा

होमगार्ड महकमें के अफसरों के अनुसार, लखनऊ स्थित जिला कमांडेंट कार्यालय के ब्लाक आर्गनाइजर ने मुख्य सचिव के स्टाफ के फर्जी साइन करके करीब 100 होमगार्ड की ड्यूटी लगाने का फर्जीवाडा किया. इस फर्जीवाड़े में होमगार्ड की आनलाइन ड्यूटी तो मुख्य सचिव के यहां लगती थी, लेकिन इन्हे कहीं और ड्यूटी के लिए भेजकर दोनों जगह से भुगतान ले लिया जाता था. इस फर्जीवाड़े की भनक बीती मई में लगी थी और डीजी होमगार्ड ने गोपनीय तरीके से इसकी जांच कराई तो ड्यूटी के नाम पर हुए भ्रष्टाचार के सबूत मिले.

इसी के बाद होमगार्ड के डीआईजी पूर्वी परिक्षेत्र की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की गई. इस समिति ने वर्ष 2017 से मई 2003 के बीच की ड्यूटी की जांच की. इस जांच से करीब चार करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा सामने आया. यह भी पता चला कि इस फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड सुरेश कुमार सिंह ने होमगार्डो के नाम से फर्जी यूजर आईडी बनाकर अटेंडेंस लगाने का खेल किया. इस खेल में कई होमगार्ड शामिल पाए गए. सारे दोषियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.

फर्जीवाड़ा रोकने का किया जा रहा प्रबंध

डीजी होमगार्ड विजय कुमार का कहना है कि दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो रही है. पुलिस कमिश्नर लखनऊ को भी कार्रवाई के लिए कहा गया है. विभागीय जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. फिलहाल 30 से ज्यादा होमगार्ड की ड्यूटी रोकने की तैयारी कर ली गई है. दोषी पाए गए 100 होमगार्ड के खिलाफ भी जल्दी एक्शन लिया जाएगा. इस तरफ का फर्जीवाड़ा फिर ना होने पाए इसके भी प्रबंध किए जा रहे हैं. इसके लिए ड्यूटी लगाने के सॉफ्टवेयर में कई नए प्रबंध किए जा रहे हैं.  

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