दतिया में एक साल से जिंदगी के लिए लड़ रही जंग आखिरकार हार गई युवती, मौत के बाद भी बदनस्सेबी ने नहीं छोड़ा पीछा!

दतिया में एक साल से जिंदगी के लिए लड़ रही जंग आखिरकार हार गई युवती, मौत के बाद भी बदनस्सेबी ने नहीं छोड़ा पीछा!

दतिया, अक्तूबर ३ ।। लगभग एक वर्ष पहले एक युवती का ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से घायल हो जाने के बाद इतने दिन तक मौत से लड़ती रही लेकिन रविवार को वो ये जंग हार गयी। लेकिन उसकी लड़ाई मानो ख़त्म होने का नाम ही ना ले रही है और और इतना होने के बाद भी परिवार वालों को उसके पोस्टमार्टम के लिए करना पड़ा घंटों इंतजार।

बताना चाहेंगे दतिया जिला चिकित्सालय के आईसीयू में 3 महीने से भर्ती शिवानी पुत्री कमल सिंह पाल निवासी किशनपुरा पंडोखर की इलाज के दौरान मौत हो गई, जब उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया तो पुलिस के ना आने के चलते लगभग 7 से 8 घंटे पोस्टमार्टम के लिए यूं ही शव बाहर पड़ा रहा, क्योंकि पोस्टमार्टम में पुलिस की रिपोर्ट जो लगनी थी मां-बाप हाथ जोड़ते रहे कि बेटी को घर ले जाकर उसकी अंतिम विदाई जो करनी है लेकिन किसी ने एक ना सुनी।

आखिरकार शाम 5:00 बजे पुलिस पहुंची अस्पताल प्रबंधन को रिपोर्ट देने के बाद उसका पोस्टमार्टम हुआ। जब इस मामले को मीडिया द्वारा दिखाया गया तो सिविल सर्जन का कहना रहा फोटो बॉडी शिफ्टिंग समय के है और ये कि बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया गया था।

खैर जो भी हो लेकिन जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार परिवार वालों को पोस्टमार्टम के लिए घंटों करना पड़ा इंतजार। अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर जिला चिकित्सालय में पुलिस चौकी होने के बावजूद भी इस प्रकार की लापरवाही क्यों?

अस्पताल प्रबंधन ने भी क्यों नहीं दिया इस घटना पर ध्यान और जब मामला प्रकाश में आया तो लीपापोती करने में लगे अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी।

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