ऐसा धाम जहां की मिट्टी करती है डॉक्टर का काम, अद्भुत है सूर्य नगरी बालाजी धाम
दतिया ।। सनातन संस्कृति के अनुसार अगर भारत में देखा जाए तो कई ऐसे धार्मिक स्थल है जो अपने चमत्कार के कारण आज भी ख्याति प्राप्त किए हुए हैं! इन्हीं धार्मिक स्थलों में मध्यप्रदेश के दतिया जिले में पड़ने वाला सूर्य नगरी बालाजी धाम भी अपने चमत्कार के कारण आज भी आस्था का केंद्र बना हुआ है।
आखिर क्या कुछ है इस मंदिर की मान्यता ? हम बताते हैं आपको बताया जाता है कि इस मंदिर मैं स्थापित सूर्य यंत्र का सीधा संबंध सूर्य की किरणों से यंत्र और सूर्य की किरण से संपर्क होने के बाद ही सूर्य का उदय होता है। इसके साथ ही बताया जाता है कि मनुष्य के शरीर पर होने वाले चर्म रोग जैसे कि सफेद दाग कुष्ठ रोग हो जाना आदि इस मंदिर पर आने से यहां बह रही नदी में स्नान करने से इन रोगों से मुक्ति मिल जाती है ऐसी मान्यता इस मंदिर से जुड़ी हुई हैं।
इतना ही नहीं बताया तो यह भी जाता है कि इस मंदिर पर प्रसाद की इतनी कोई मान्यता नहीं जितना कि शुद्ध घी चढ़ाने की है।
आज भी यहां घी के कुएं एवं टैंक है जहां अरबों रुपए का घी यूं ही पड़ा हुआ है! आस्था के इस केंद्र पर प्रत्येक रविवार को भक्तों का लगता है मेला जहां हजारों श्रद्धालुओं का आगमन अपने शरीर पर हुए कष्टों से मोक्ष के लिए लेकर बना हुआ रहता है।
आपको बता दें यह एक ऐसा मंदिर है जो सूर्य उदय से लेकर सूर्यास्त तक खुला हुआ रहता है। आज भी इस मंदिर पर चमत्कार को लेकर श्रद्धालु एवं भक्तो का आवागमन निरंतर रहता है जारी। इस धार्मिक स्थल पर पहुंचने के लिए उत्तर प्रदेश के झांसी शहर एवं मध्य प्रदेश के दतिया शहर से सड़क मार्ग के द्वारा आराम से पहुंचा जा सकता है।
--लोकेश मिश्रा/ दतिया
(लेखक मध्य प्रदेश स्थित पत्रकार हैं, विचार उनके निजी हैं।)