पिछले एक साल से जिसने हज़ारों COVID मरीज़ों के सैम्पल लिए वो योद्धा रीतेश आज कोरोना से जंग में शहीद हो गये

पिछले एक साल से जिसने हज़ारों COVID मरीज़ों के सैम्पल लिए वो योद्धा रीतेश आज कोरोना से जंग में शहीद हो गये

लखनऊ, अप्रैल २२ (TNA) कोरोना से छिड़ी जंग में आज रीतेश राज मिश्र भी शहीद हो गये। करीब तीस वर्षीय रीतेश राज मिश्र पिछले एक वर्ष से छिड़ी कोरोना के खिलाफ जंग में एनॴरएचएम में बतौर लैब तकनीशियन एक फ्रंट वारियर थे।

बीते एक वर्ष के दौरान उन्होंने बगैर अवकाश लिए बगैर दिन रात देखे हजारों लोगों के सैंपल कोविड 19 की जांच के लिए एकत्र किए। उनके इस सराहनीय योगदान को देखते हुए प्रदेश के स्वास्थ मंत्री जय प्रताप सिंह, नगर प्रमुख संयुक्ता भाटिया और लखनऊ पुलिस कमिश्नर समेत कई संगठनों और प्रमुख व्यक्तियों की ओर प्रशंसा एवं सम्मान पत्र भी प्राप्त हुआ था।

करीब दस दिन पूर्व वह कोरोना की चपेट में आए। उनका इलाज कुछ दिन लोकबंधु अस्पताल और कुछ दिन केजीएमयू में चला लेकिन फेफड़ों का संक्रमण बढ़ता ही गया। अंतत: आज सुबह केजीएमयू के कोविड आईसीयू में वह कोरोना से जंग हार गये। हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के रीतेश की पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी थी। वह प्राय: रक्तदान शिविरों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे।

मूलत: देवरिया निवासी रीतेश की शादी अभी तीन वर्ष पूर्व ही मेरी सगी भतीजी नेहा से हुई थी। रीतेश के निधन के बाद से उसकी भी हालत ख़राब है। वह भी रीतेश के साथ ही कोरोना पाज़िटिव पाई गई थी और अभी होम क्वारंटाइन है। रीतेश के परिजनों और एनॴरएचएम में कार्यरत सहकर्मियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्व. रीतेश राज मिश्र को आधिकारिक रूप कोरोना योद्धा का देते हुए उनके परिजनों को पचास लाख रुपये की सहायता राशि और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

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