आज है विश्व आइस क्रीम दिवस: बिना आइसक्रीम नहीं आता शाही दावत सा मज़ा

आज है विश्व आइस क्रीम दिवस: बिना आइसक्रीम नहीं आता शाही दावत सा मज़ा

दावत ई खास एक जमाने में बिना मिठाई के दावत पूर्ण नहीं मानी जाती है परंतु अब भारत सहित पूरे विश्व में अगर आइसक्रीम ना हो तो खाने का व मीठे का स्वाद अधूरा ही नहीं बल्कि वह बिजनेस मीटिंग, बर्थडे पार्टी ,शादी विवाह या अन्य कोई भी मांगलिक कार्य की दावत को लजीज दावत नहीं माना जाता है ।

आइसक्रीम ही एक ऐसी चीज है जो 3 साल के बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक की पसंदीदा मिठाई के रूप में भारत सहित पूरे विश्व भर में खाई जाती है| आइसक्रीम यह कैसी चीज है जो भरपेट खाने के बाद भी आदमी मना नहीं कर पाता है|

भारतीय शादियों में खाने के बाद तमाम अलग-अलग फ्लेवर्स की आइसक्रीम रखी जाती है| कोई भी स्पेशल दिन या मौका आइसक्रीम के बिना अधूरा सा लगता है| ये एक ऐसी चीज जो मीठे के साथ मुँह के स्वाद तो बढ़ाती ओर गरिष्ठ भोजन को पचाने में मदद करती हैं ।

तत्वों के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि आइसक्रीम बनाने की पहली शुरुआत सिकंदर ने की थी|ढाई हजारसाल पहले उसने जब मिस्त्र को जीता तब उसने ढेर सारी आइसक्रीम बनाने का आदेश दिया| सैनिकों ने पहाड़ों पर जमी बर्फ को लाकर कई गड्ढों में भर दिया ताकि सिकंदर ठंडी आइसक्रीम का मजा ले सके|

तो वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि ईसा की पहली शताब्दी में रोम के शासक नीरो ने अपने सेवकों को पहाड़ों से बर्फ लाकर उसे फलों के रस और शहद में मिलाकर यह ठंडी मिठाई तैयार करने का आदेश दिया था|

18वीं सताब्दी में अमेरिका और ब्रिटेन की रेसिपी में आइसक्रीम बनाने की विधि मिली है| ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के अनुसार, 1744 में पहली बार आइसक्रीम शब्द का उल्लेख मिलता है|

1984 में अमेरिका के राष्ट्रपति रोनाल्ड रेगन ने जुलाई महीने को नैशनल आइसक्रीम मंथ घोषित किया था| उनका मानना था कि आइसक्रीम पोषण देता है और यूएस के 90 प्रतिशत लोग इसे खाना पसंद करते हैं| अब आइसक्रीम केवल गर्मी नहीं पूरे साल खाई जाती है ,आपको जानकर आश्चर्य नहीं होगा सबसे ज्यादा अमेरिका में आइसक्रीम का सेवन होता है| वैसे तीसरे संडे यानी इस बार 18 जुलाई को नैशनल आइसक्रीम डे मनाया जा रहा है|संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन आइसक्रीम के बहुत बड़े प्रेमी थे| कांग्रेस ऑफ लाइब्रेरी में उनके हाथ की लिखी वेनिला आइसक्रीम की रेसिपी मौजूद है|

हम आपको बताते हैं इससे जुड़ी रोचक कहानी:

दुनिया के पहले आइसक्रीम पार्लर की शुरुआत 1776 में अमेरिका में हुई थी|

-अम‍ेरिका के किसी भी शहर की तुलना में सबसे ज्‍यादा आइसक्रीम का सेवन कैलिफोर्निया के लॉन्‍ग बीच में किया जाता है| अमेरिका में होने वाले दूध उत्पादों में 10. 3 प्रतिशत हिस्सा केवल आइसक्रीम को बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है|

-यूएस में सबसे लोकप्रिय आइसक्रीम फ्लेवर वेन‍िला है| जिसकी सेल 29 प्रतिशत है। दूसरे नंबर है चॉकलेट आइसक्रीम।

-अमेरिका में इंटरनेशनल आईस्क्रीम एसोसिएशन है जो इस दिन को मनाने के लिए विशेष तैयारियां करता है।भारत कुछ दिवस छोड़कर बाक़ी के बारे लोगों को पता नही होता हैं|

-संत लुइस मिस्सौरी के चार्ल्स इ मिन्चेस को आइसक्रीम कोन के आविष्कार के लिए जाना जाता है।

-23 जुलाई 1904 को वर्ल्ड फेयर में इन्होंने पेस्ट्री कोन में दो स्कूप आइसक्रीम रख कर दुनिया का पहला आइसक्रीम कोन बनाया। लेकिन इस विषय पर थोडा विवाद है। न्यूयॉर्क के मर्चिओनि ने वर्ल्ड फेयर शुरू होने से कुछ महीने आइसक्रीम कोन पर अपना पेटेंट लिया था और वो 1896 से लेमन आइस कोन्स बेच रहे थे।

-औसत अमेरिकी सालाना 22 पाउंड आइसक्रीम का सेवन करना है।

निम्न प्रकार के आइसक्रीम डे है

1 जुलाई- क्रिएटिव आइसक्रीम फ्लेवर डे

7 जुलाई- नेशनल स्ट्रॉबेरी सन्डे डे

17 जुलाई- पीच आइसक्रीम डे

भारत की आइसक्रीम के मामले में किसी भी देश से कम नहीं है पूरे भारत में अनेक प्रकार की आशिकी विक्रेता मौजूद हैं जो अपने अपने तरीके की स्पेशल आइसक्रीम तक बनाते हैं अब तो स्पेशल ऑर्डर पर स्पेशल डिजाइन की भी आइसक्रीम बनने लग गई है |

आज भारत में सभी फलों के फ्लेवर भारतीय पुरानी आइसक्रीम कुल्फी आइसक्रीम केक भी आने लगे हैं और तो और शुगर फ्री आइसक्रीम का दिन प्रतिदिन प्रचलन बढ़ता जा रहा है|कनाडा में गर्मियों के महीनों की तुलना में सर्दियों के महीनों में अधिक आइसक्रीम बेची जाती है।

सभी पाठकों को आइसक्रीम दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं व बधाई

राजीव गुप्ता/आगरा

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