वरिष्ठ पत्रकार और स्तंभकार शेष नारायण सिंह नहीं रहे, कोरोना से थे संक्रमित
नयी दिल्ली, मई ७ (TNA) वरिष्ठ पत्रकार, राजनीतिक विश्लेषक और स्तंभकार शेष नारायण सिंह का आज शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के चलते निधन हो गया। वह कोरोना वायरस से संक्रमित थे और ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) अस्पताल में उनका कई दिनों से इलाज चल रहा था। उनके निधन से पूरे पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई बड़े नेताओं, अधिकारियों और वरिष्ठ पत्रकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। नोएडा मीडिया क्लब और ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब ने भी उनके निधन पर शोक जाहिर प्रकट किया है।
कुछ दिनों पहले शेष नारायण सिंह कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ गए थे। संक्रमण के बाद उपचार के लिए उन्हें जिम्स में भर्ती करवाया गया था। उपचार के दौरान उनकी हालत में सुधार हो रहा था और कुछ दिन पहले ही उनका प्लाज्मा पद्धति से इलाज किया गया था, लेकिन शुक्रवार तड़के उनकी तबीयत अचानक खराब हुई और उनका निधन हो गया।
उनकी उम्र 75 वर्ष थी। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के लमहुआ के रहने वाले थे। उनके छोटे भाई फौजदार सिंह सुल्तानपुर में ही रहते हैं और खेतीबाड़ी करते हैं।
शेष नारायण सिंह खांटी पत्रकार थे और राजनीति की उनकी गहरी समझ थी। राजनीतिक विश्लेषक के तौर पर उनके कई लेख विभन्न अखबारों में छपते रहे हैं और वे टीवी चैनलों पर डिबेट के पैनल में शामिल हुआ करते थे। उन्होंने कई अखबारों में बतौर संपादक काम किया था और कई समाचार पत्रों में अब भी स्तंभ लेखन करते थे।
निसंदेह राजनैतिक मामलों में बेहतर समझ रखने वाले शीर्ष पत्रकारों में श्री सिंह का नाम भी गिना जाता है। वह लंबे समय तक देशबंधु अखबार में राजनीतिक मामलों के सम्पादक रहे।
उन्होंने एनडीटीवी, देश बन्धु, इन्कलाब, उर्दू सहाफत, उर्दू सहारा रोजनामा, राष्ट्रीय सहारा जैसे कई प्रमुख समाचार पत्र एवं समाचार चैनल के लिए काम किया। इसके अलावा न्यूज़ 18इण्डिया, सी एन बी सी-आवाज़, एबीपी न्यूज़, लोकसभा टीवी, टाइम्स नाउ, न्यूज़ नेशन आदि चैनलों पर डिबेट पैनल में हिस्सा लिया करते थे।