Experiences
जब नीब करोली बाबा जी महाराज ने समझाया प्रसाद का महत्व
प्रसाद के प्रति महाप्रभु के बड़े उत्कृष्ट भाव थे। एक रात कैंची धाम में श्री माँ के साथ टहलते हुए उन्हें प्रांगण में प्रसाद की एक पूरी पड़ी मिली।
प्रसाद के प्रति महाप्रभु के बड़े उत्कृष्ट भाव थे। एक रात कैंची धाम में श्री माँ के साथ टहलते हुए उन्हें प्रांगण में प्रसाद की एक पूरी पड़ी मिली।
उसे देखकर बाबा अचानक बहुत दुखी हो गए। भाव विभोर हो श्री माँ से बोले देखो प्रसाद का इस तरह अपमान व दुरूपयोग किया गया है। बाबा जी महाराज यहीं नहीं रुके पर आगे झुककर उस पूरी को उठाकर खाने लगे। कुछ हिस्सा माँ को देते हुए बोले "प्रसाद है यह, धर्म की चीज़ है, धर्म के लिये दिये गये धन से बनी है । कैसी बर्बादी करने लगे है लोग धर्म की चीज़ की ।" (मुकुन्दा)
जय गुरूदेव, अनंत कथामृत
--पूजा वोहरा/नयी दिल्ली