नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ : हनुमान जी की कथाओं को सुनने सिद्ध आत्माओं का आना
एक दिन कैंची आश्रम में बाबा जी ने रामायणी शंकर प्रसाद व्यास से कहा, " इन पर्वतों में सिद्ध आत्मायें वास करती है । तू इन्हें रोज़ हनुमान जी की कथा सुनाया कर ।" व्यास जी ने कथा करनी आरम्भ कर दी उस निर्जन स्थान पर केवल कुछ महिलायें ही कथा सुनने आती थी । तीन दिन तक यही होता रहा ।
व्यास जी परेशान होकर बाबा के पास गये और बोले,"महाराज कथा तो चल रही है, मगर श्रोता नही आते । बाबा बोले," तुझे लोगों से क्या लेना, हमने तुझे सिद्ध आत्माओं को कथा सुनाने को कहीं थी । देख कल एक बुढ़िया भी कथा सुनने आयेगी । उसकी भद्दी शक्ल देखकर घृणा न करना, नहीं तो वे शाप दे जायेगी ।"
दूसरे दिन तो बाबा की कृपा से कुटी भरी थी । बहुत सी प्रतिष्ठित हस्तियाँ वहाँ मौजूद थी । ज़्यादातर राजनीतिक लोग थे । इन सबके आगे एक बुढ़िया बैठी थी जिसके बारे में बाबा पहले ही बता चुके थे । प्रवचन समाप्त होते ही बुढ़िया सबसे पहले वहाँ से बाहर निकली और एकदम से ग़ायब हो गयी ।
ये सब खेल बाबा की प्रेरणा शक्ति से ही संभव था । जाने कितनी सिद्ध आत्मायें उस कथा को सुन रही थी । ये बाबा ही जानते थे ।
जय गुरूदेव
रहस्यदर्शी
श्री नीब करौरी बाबा