नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: जब पुलिस महाराज जी के पास एक वारंट लेकर आयी
कानपुर के पुलिस प्रमुख, महाराज जी के एक भक्त, एक दिन एक बाबा की गिरफ्तारी के वारंट के साथ महाराज जी के पास आए। महाराज जी ने पुलिस प्रमुख से वारंट की तामील न करने को कहा। आखिरकार, वह आदमी अब एक साधु था और उसे परित्याग के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। बाद में महाराज जी ने बाबा को डांटा: "तुम क्या कर रहे हो? तुम साधु होने का दिखावा करते हो और फिर भी यह व्यवसाय कर रहे हो। छोड़ो।"
बाबा कानपुर से नैनीताल के लिए निकले, जहाँ महाराज जी भी जा रहे थे। अपनी प्रभावशाली आकृति और एक सुंदर गायन आवाज के साथ, बाबा ने जल्दी से एक अनुयायी इकट्ठा किया, जिससे उन्होंने बहुत सारा पैसा इकट्ठा किया। महाराज जी ने बाबा को अपने पास बुलाया और फटकार लगाते हुए कहा कि यह सब छोड़कर भाग जाओ, लेकिन बाबा धन और शक्ति का उपयोग और हेरफेर करते रहे।
उन्होंने दो बार शादी की, दोनों महिलाओं के साथ बच्चों को छोड़कर उनसे दूर भागने से पहले। उस समय तक महाराज जी उनके प्रति दयालु और सहानुभूति रखते थे, हमेशा पूछते थे कि उनका "स्वामी" व्यवसाय कैसा चल रहा है। इस बिंदु पर, हालांकि, महाराज जी ने उन्हें उनकी अभद्र गतिविधियों के लिए फटकार लगाई, और बाबा, महाराज जी के साथ टूटकर, कभी नहीं लौटे।