नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ : अपने विदेश में बसे भक्त से ६००० रुपए की माँग करना व प्रत्यक्ष दर्शन
अभी कुछ समय पहले मैं अपने परिवार सहित मेहरौली बाबा के मन्दिर जहाँ नारायण बाबा भी विराजमान है, बाबा के दर्शनों को गयी । वहाँ स्वामी रंगनाथ जी भी कुछ भक्तों के साथ आये हुए थे । उनमें से एक भक्त जिनका नाम मुझे स्मरण नहीं हो पा रहा है, नीदरलैण्ड से आये थे और बाबा मे उनकी विशेष आस्था थी । उन्होंने अपना अनुभव सुनाया जो इस तरह से है ।
वे नीदरलैण्ड मे थे, एक रात बाबा उन्हें स्वप्न मे आये और बोले सांडी, हरदोई आश्रम मे ६००० रू भेज दो । बस इतना ही। वे सुबह उठे और स्वप्न पर विचार करने लगे। दैनिक कार्यों से फ़ारिग होकर वे पास ही एक मन्दिर गये । वहाँ उस समय खिचड़ी का प्रसाद बँट रहा था ।
उन्होंने वहाँ भगवान के दर्शन किये। जैसे ही बाहर आये एक व्यक्ति जिसने कम्बल ओढ़ा हुआ था उनके पास आया, उन्हें खिचड़ी का प्रसाद देते हुए बोला, ६००० रू सांडी आश्रम भेज देना। वे महाशय कुछ समझ पाते उससे पहले ही वो व्यक्ति ग़ायब हो गया । बहुत खोजा पर कोई भी नामों-निशान नहीं मिला ।
बाबा आये, उन्हें अपने हाथों से प्रसाद दिया, स्वप्न वाला संदेश दोहराया और ग़ायब । धन्य हो गये वे महाशय। बाबा से साक्षात्कार हो गया । अब उन्होंने ६०००₹ भारत के उस हरदोई के आश्रम भेजे तो पता लगा कि आश्रम का कोई बेहद ज़रूरी कार्य ६०००₹ के लिए रूका हुआ था। बाबा ने उनसे वे पैसे भिजवा कर कार्य पूर्ण कराया ।
लीलाधारी कब किसके साथ क्या लीला कर दें कुछ नहीं पता ।
जय गुरूदेव