नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ : थप्पड़ों ने याद दिलाया की महाराज जी कहीं नहीं गए हैं

नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ : थप्पड़ों ने याद दिलाया की महाराज जी कहीं नहीं गए हैं

महाराज जी की महासमाधी के एक साल बाद, मई के महीना की बात है। मैं आश्रम मे अपने कमरे में गहरी नींद में सो रहा था रात २ बजे के क़रीब मैंने स्वप्न देखा महाराज जी मेरे पास आये और पाँच बार मेरे गाल पर थप्पड़ मारे और बोले," जल्दी से उठो और आश्रम के पेड़ पौधों में पानी डालो नहीं तो वो बिना पानी के सुख कर मर जाएँगे।"

मैं एकदम घबरा कर उठ गया । मेरे गाल लाल हो रहे थे क्यूँकि थप्पड़ पड़े थे महाराज जी के । महाराज जी कहीं नहीं गये यही है । सब कुछ उनकी निगाह में है । हर कोई उनकी नज़र में है । पेड़ों तक का ध्यान है बाबा को, फिर भक्तों की तो बात ही क्या!

जय गुरूदेव

मिरेकल आफ लव

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