नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: अन्डमान में हनुमान मंदिर स्थापित कर बजरंगी को विराजा

नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: अन्डमान में हनुमान मंदिर स्थापित कर बजरंगी को विराजा

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वर्ष १९७१ में अन्डमान-निकोबार द्वीप समूह के उप राज्यपाल महावीर सिंह एवं उनके मुख्य सचिव, श्री सुन्दर लाल भार्गव बाद महाराज के दर्शनों को आये थे । बाबा जी तो जहाँ मन चाहे बही ह को (हनुमान जी को) स्थापित करने को तत्पर हो उठते थे । उन्होंने ब बातों में इन दोनों को प्रेरित कर अन्डमान में भी हनुमान जी को स्थापित करने का प्रबन्ध कर दिया, और शीघ्र ही वहीं पोर्ट ब्लेयर में एक 10 सा हनुमान मंदिर स्थापित हो गया जिसकी व्यवस्था के लिये एक छोटा सा ट्रस्ट मण्डल भी बन गया ।

परन्तु बाबा जी भला इतने से ही कैसे संतुष्ट होते । वर्ष १९९४ ३ बाबा जी की भक्त श्रीमती (ज्ञानो) कोहली के पति श्री आर० कोहली वह जब आई० जी० होकर गये तो उन्होंने बाबा जी की इच्छा शक्ति से ट्रस्ट मण्डल को प्रेरित कर इस छोटे हनुमान मंदिर के विस्तार की योजन स्वीकृत करवा दी। साथ में बाबा जी का एक बड़ा चित्रराज भी मंदिर में स्थापित कर दिया।

बाबा जी का खेल - श्री कोहली की ऐसी जगह नियुक्ति और उनके माध्यम से ट्रस्ट मण्डल को प्रेरित किया जाना । हनुमान जी शीघ्र ही एक बड़े और भव्य मंदिर में आसीन हो जाएँगे| और कोई आश्चर्य नहीं कि बाबा जी स्वयं भी वहाँ भी मूर्ति की आसन ग्रहण कर लेंगे शीघ्र ही - ऐसी भी योजना बन चुकी है ।

(अनंत कथामृत के सम्पादित अंश)

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