Experiences
नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ : महाराज जी का वृहद् परिवार
लखनऊ के श्री सूरज नारायण मेहरोत्रा का लड़का अपने मकान की ऊपर की मंजिल से गिर गया था उसे गहरी अन्दरूनी चोटें लगी ! डाक्टर ईलाज कर रहे थे पर हालत गिरती जा रही थी ! श्रीमती मेहरोत्रा घबरा उठी और उन्होंने बाबा को याद किया ! बाबा उस समय इलाहाबाद में थे ! वहाँ उनके भोजन की व्यवस्था की जा रही थी।
बाबा अचानक उठ खडे हुए और जाने के लिए तैयार हो गए। घर वालों के बहुत कहने पर भी वह भोजन करने को तैयार ना हुए और बोले, " हमारे लड़के की हालत बहुत खराब है, हम खाना नहीं खाएँगे!" वे अकेले बाहर निकल गये ! और उसी पल लखनऊ मेहरोत्रा जी के निवास स्थान पर पहुँच गये !
कड़के को अपनी गोद में लेकर बैठ गये, दूध मंगाया कुछ दूध स्वंय पी कर शेष लड़के को पिला दिया। कूच देर उपरांत लड़के की दशा में परिवर्तन आने लगा और वह शीघ्र स्वस्थ हो गया।