नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ : लड़के का विवाह
आपका अनुभव है कि बाबा के लिये कुछ भी अदेय न था । वह किसी को कुछ भी दे सकते थे । आप बताती है कि आप अपने पुत्र का विवाह उसकी मनपसन्द लड़की से करना चाहती थी, पर लड़की वाले मान नहीं रहे थे । आपने श्री माँ को इस परिस्थिति से अवगत कराया ।
माँ ने आपको बाबाजी से निवेदन करने को कहा । आपकी समस्या सुनकर बाबा बोले, " इस नवम्बर के महीने में विवाह कर दो ।" आप बोली, लड़के वाले तो मानते नहीं बाबा जी और इतनी जल्दी मैं इस कार्य को नहीं कर सकती ।"
बाबा ने नाराज़गी के रूख में अपनी बात दोहरा दी । सितम्बर १९७३ में बाबा का महा प्रयाण हो गया। बाद में जब आपने अपना प्रस्ताव लड़की वालों के सामने रखा, उन्होंने स्वीकार कर लिया। और बाबा के वचनों अनुसार नवम्बर ७३ में आपके बेटे का विवाह उसकी मनपसन्द लड़की से हो गया ।
बाबा का कहा कभी कट नहीं सकता था । बाबा भगवान है वो अपने भक्तों को सब कुछ दे सकते है ।
जय गुरूदेव
आलौकिक यथार्थ