नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: क्या तुम समझते हो की भूखे रहकर भगवान को डरा सकते हो ?
एक दिन महाराज जी ने कुछ भक्तों को शिव मंदिर के पुराने तीर्थ विश्राम कक्ष में जाने और वहां रहने वाले को वापस लाने के लिए कहा। लोगों ने दस्तक दी और चिल्लाया और अंत में एक बूढ़े आदमी और औरत ने दरवाजा खोला, उन्हें महाराज जी के पास ले जाया गया। तुरंत महाराज जी चिल्लाने लगे,"क्या तुम समझते हो की भूखे रहकर भगवान को डरा सकते हो?”
अपने प्रारब्ध के दंड भोगना नहीं चाहते? पर क्या भगवान अपने भक्तों को ऐसे ही आसानी से मरने देंगे? लो प्रसाद पाओ। उनको कहने क लिए पूरियां और मिठाई दी गयी लेकिन आदमी ने उन्हें मना कर दिया! महाराज जी ने जिद की और अंत में दोनों ने खा लिया। दंपति दक्षिण भारत से बद्रीनाथ और अन्य पवित्र स्थानों की तीर्थ यात्रा पर आए थे।
वे एक बहुत अमीर परिवार से थे लेकिन उन्होंने अपने शेष वर्षों को प्रार्थना में समर्पित करने के लिए घर और परिवार को छोड़ने का फैसला किया था।वापस जाते समय उनकी सारी संपत्ति चोरी हो गई और उनके पास कुछ भी नहीं बचा।उन्होंने सुनसान केबिन पाया और वहीँ रह के भूके मरने का संकल्प लिया क्योंकि यह प्रभु की इच्छा प्रतीत होती थी।महाराज जी ने जोर देकर कहा कि वे मद्रास वापस जाने के लिए पैसे स्वीकार करें।उन्होंने पैसे स्वीकार किए और उन्हें रवाना कर दिया गया!
~Miracle Of love