नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ : जब उनके आशीर्वाद से भक्त की मृत्यु भी वापिस लौट गई
बाबा के एक अनन्य भक्त थे केहर सिंह। एक बार की बात है की उनको आधी रात में अर्ध निद्रा में ही हार्ट अटैक आ गया।
उसी अचेतन अवस्था में उन्होंने पाया कि कुछ विचित्र आकृति एवं वेशभूषा वाले लोग उन्हें पकड़कर उठाये लिये जा रहे है और तब एक विशेष तेजोमय क्षेत्र में पहुँचकर उन्होंने पाया कि सामने ही बाबा जी महाराज बैठे है ।
भक्त को सामने देख बाबा जी पहले तो बहुत प्रसन्न हुए और फिर एकाएक चिल्ला उठे, "इसे क्यूँ लाये ?" वे लोग बोले,"महाराज इसका समय पूरा हो गया है ।" तब बाबा जी और भी ज़ोर से चिल्लाकर बोले, "क्या होता है समय ? केहर सिंह मेरे हुक्म से यहाँ आयेगा । ले जाओ इसे वापिस ।"
और कुछ देर बाद पसीने से तर केहर सिंह जी चैतन्य अवस्था में आने लगे । उन्हें एहसास हो गया की जीवनदान दे दिया बाबा ने उनको । मृत्यु के बाद वापस जीवन में भेज दिया, क्यूँकि ये सर्वत्र ज्ञात है बाबा की इच्छा के बिना मृत्यु भी आकर वापस लौट जाती है ।
जय गुरूदेव
अनंत कथामृत