नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: जब भक्त ने महाराज जी को नैनीताल और कानपुर में एक साथ देखा!
कानपुर में भ्रमण के दौरान नैनीताल के एक भक्त ने महाराज जी के दर्शन किए। जब वे जा रहे थे, महाराज जी ने उन्हें नैनीताल लौटने पर मंदिर में पहुंचाने का संदेश दिया। संदेश था कि वे एक पखवाड़े के भीतर महाराज जी की प्रतीक्षा करें। अगले दिन जब वे नैनीताल पहुंचे तो भक्त अपने घर जाने से पहले सीधे मंदिर गया। उसे आश्चर्य हुआ कि जब महाराज जी दूर थे तब इतने लोग मंदिर में क्यों आए थे। उसने उन्हें यह कहते सुना कि महाराज जी एक कमरे के अंदर थे।
"मैं इस पर विश्वास नहीं कर सकता," उन्होंने कहा। "मैंने उसे कल ही कानपुर में देखा था। यह असंभव है।" "नहीं, बाबा यहाँ पन्द्रह दिन से हैं," उन्होंने उससे कहा।
"लेकिन मैं उनके पास से कानपुर में एक संदेश लाया हूं। उनका कहना है कि वह यहां दो सप्ताह तक नहीं रहेंगे।" भक्त महाराज जी के कमरे में पहुँचा। "बाबाजी, यह क्या है?" उसने पूछा। "हाप! बाहर निकलो! चले जाओ! किसी से कुछ मत कहो। तुम झूठ बोल रहे हो!" महाराज जी उस पर चिल्लाए।